लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी प्रमुख मायावती नेम रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि हम यूसीसी के खिलाफ नहीं है लेकिन जिस तरह से भाजपा इसे लागू करना चाहती है हम उससे सहमत नहीं है बीएसपी प्रमुख ने कहा कि यूसीसी के लागू होने पर देश मजबूत होगा लेकिन जबरन थोपना एक अभिशाप भी हो सकता है
हम UCC के खिलाफ नहीं लेकिन..."
इससे देश कमजूर नहीं, मजबूत होगा
संविधान की धारा 44 में यूसीसी का जिक्र
समान नागरिक संहिता पर भाजपा राजनीतिकरण करना चाहती है। इसे लागू करना आवश्यक जरूर हो सकता है लेकिन जबरदस्ती नहीं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि इससे लोगों में आपसी संप्रदायिक, सद्भाव और भाईचारा पैदा होगा। इस बात को ध्यान में रखकर ही भारतीय संविधान की धारा 44 में समान सिविल संहिता यानी कि यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को बनाने की बात कही गई है। लेकिन इसे जबरन थोपने का प्रविधान बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के संविधान में निहित नहीं है और इसके लिए जागरुकता और आम सहमति को श्रेष्ठ माना गया है ।
ताजा और नया अपडेट पाने के लिए पोर्टल/यूट्यूब Mirror India चैनल को सब्सक्राइव करे । अपने क्षेत्र की खबर देने के लिए व्हाट्सएप और ईमेल कर सकते है : mirrorindnews@gmail.com
0 टिप्पणियाँ